pic credit : amit shah twitter
इस
पार्क को बनाने में
₹22 करोड़ की लागत आई
है, और इसे अत्याधुनिक
सुविधाओं से सुसज्जित किया
गया है। यह न केवल
साणंद के नागरिकों के
लिए मनोरंजन और स्वास्थ्य के
लिहाज से उपयोगी होगा,
बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता
बढ़ाने में भी सहायक सिद्ध
होगा।
पार्क की विशेषताएं:
1.ओपन एयर
थिएटर:
सांस्कृतिक और मनोरंजन कार्यक्रमों
के लिए एक उपयुक्त स्थान।
2.व्यायामशाला:
फिटनेस प्रेमियों के लिए आधुनिक
जिम की सुविधा।
3.बाल उद्यान:
बच्चों के लिए सुरक्षित
और रचनात्मक खेल का स्थान।
4.हरी-भरी
झील:
प्राकृतिक सौंदर्य और जल संरक्षण
का बेहतरीन उदाहरण।
इस
उद्यान का निर्माण स्थानीय
समुदाय को कई तरह
से लाभान्वित करेगा। यह न केवल
शहरीकरण के बढ़ते दबाव
में हरियाली का संरक्षण करेगा,
बल्कि लोगों को स्वस्थ और
सक्रिय जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित
करेगा।
पार्क
का नाम पद्म भूषण श्री रजनीकांत श्रॉफ के नाम पर
रखा गया है, जो पर्यावरण संरक्षण
और सतत विकास में अपने अभूतपूर्व योगदान के लिए जाने
जाते हैं। यह पार्क उनकी
उपलब्धियों और दृष्टिकोण का
प्रतीक है।
मोदी
सरकार की यह पहल
दर्शाती है कि विकास
और पर्यावरण संरक्षण एक साथ चल
सकते हैं। गुजरात, जो हमेशा से
नवाचार और विकास का
अग्रणी रहा है, इस परियोजना के
माध्यम से एक बार
फिर पर्यावरण-संवेदनशील विकास का उदाहरण प्रस्तुत
कर रहा है।
निष्कर्ष: शेला गाँव झील और रजनीकांत श्रॉफ
पार्क का उद्घाटन न
केवल साणंद बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा
का स्रोत है। यह परियोजना यह
दिखाती है कि यदि
सही दृष्टिकोण और इच्छाशक्ति हो,
तो पर्यावरण और विकास के
बीच संतुलन बनाना संभव है। मोदी सरकार की यह पहल
"हरित भारत" की दिशा में
एक और ठोस कदम
है।