स्थान:
पुणे , केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने आज पुणे स्थित विश्वकर्मा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी द्वारा आयोजित ‘विश्व कॉन्क्लेव-2025’
को संबोधित करते हुए युवाओं से नवाचार, पर्यावरण संरक्षण और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में योगदान देने का आह्वान किया।
गडकरी
ने अपने प्रेरणादायक भाषण में कहा, "युवा शक्ति ही देश की सबसे बड़ी पूंजी है। अगर युवा तकनीक, उद्यमिता और रिसर्च के क्षेत्र में आगे आएं तो भारत विश्व की आर्थिक महाशक्ति बन सकता है।"
उन्होंने सतत विकास
(Sustainable Development) और हरित ऊर्जा (Green
Energy) की दिशा में सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। साथ ही, उन्होंने छात्रों को इलेक्ट्रिक व्हीकल, ग्रीन हाइड्रोजन और जैविक इंधन (Biofuel)
जैसे क्षेत्रों में स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रेरित किया। गडकरी
ने कहा हमें तकनीकी संस्थानों को उद्योगों के साथ जोड़ना होगा ताकि छात्रों को व्यावहारिक अनुभव मिल सके और वे भारत को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक बनें।
कॉन्क्लेव में देशभर से आए तकनीकी विशेषज्ञों,
स्टार्टअप संस्थापकों, शिक्षाविदों और होनहार विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस दौरान ‘इनोवेशन फॉर टुमारो’, ‘ग्रीन टेक्नोलॉजी’ और ‘युवा सोच से राष्ट्र निर्माण’ जैसे भविष्य-केंद्रित विषयों पर गहन
संवाद और विचार-विमर्श हुआ, जिसने प्रतिभागियों को नवाचार और सामाजिक उत्तरदायित्व
की नई दिशा दिखाई।
विश्वकर्मा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पुणे द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवा प्रतिभाओं को वैश्विक मंच से जोड़ना और उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना है।
कार्यक्रम के अंत में संस्थान के निदेशक डॉ. राजेश देशमुख ने कहा कि, "श्री गडकरी जी का विजन और अनुभव छात्रों को न केवल प्रेरणा देता है बल्कि उन्हें यह भी सिखाता है कि कैसे तकनीक और नेतृत्व से सामाजिक परिवर्तन लाया जा सकता है।"
उन्होंने आगे कहा कि ‘विश्व कॉन्क्लेव-2025’ जैसे
आयोजनों का मुख्य उद्देश्य छात्रों को वैश्विक स्तर की सोच प्रदान करना, उन्हें उद्योग और रिसर्च के साथ जोड़ना और भारत को तकनीकी रूप से सशक्त राष्ट्र बनाना है।
इस
अवसर पर देशभर से आए छात्र-छात्राओं ने स्टार्टअप आइडिया एक्सपो, टेक्नोलॉजी प्रेजेंटेशन और इनोवेशन मॉडल प्रतियोगिताओं में भाग लिया। विजेताओं को केंद्रीय मंत्री श्री गडकरी के हाथों पुरस्कार प्रदान किए गए।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के नारे के साथ हुआ। सभी उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों, प्रतिभागियों और आयोजकों ने एक स्वर में कहा –"नई
सोच, नया भारत – यही है हमारा संकल्प!"
कार्यक्रम के अंत में संस्थान के निदेशक ने श्री नितिन गडकरी का धन्यवाद किया और कहा कि उनका मार्गदर्शन छात्रों के लिए अत्यंत प्रेरणादायक रहा।
विश्व
कॉन्क्लेव-2025’ न केवल एक तकनीकी सम्मेलन था, बल्कि यह एक ऐसा मंच बना जहाँ युवाओं ने भविष्य को दिशा देने का दृढ़ निश्चय किया।