फतेहपुरी के राम बाजार मंदिर में टैक्स कैम्प का आयोजन किया गया । श्री गोपाल गर्ग की जनसेवा का सशक्त प्रमाण

 

दिल्ली का फतेहपुरी क्षेत्र, विशेषकर क्लॉथ मार्किट और राम बाजार मंदिर, हमेशा से व्यापारिक गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है। लेकिन 5 जून को इस क्षेत्र ने एक नए इतिहास की साक्षी दी, जब यहां एक ऐतिहासिक और जनहितैषी टैक्स कैम्प का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम सिर्फ एक टैक्स कैम्प नहीं था, बल्कि जनता के हित में उठाया गया ऐसा कदम था जिसने पूरे क्षेत्र को राहत की सांस दी।

इस सराहनीय पहल का पूरा श्रेय जाता है वरिष्ठ भाजपा नेता श्री गोपाल गर्ग को, जिन्होंने वर्षों से केवल फतेहपुरी के सामाजिक और धार्मिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लिया है, बल्कि व्यापारियों की समस्याओं को भी हमेशा प्राथमिकता दी है। श्री गर्ग का यह प्रयास तो कोई चुनावी स्टंट था और ही कोई राजनीतिक प्रदर्शन, बल्कि जनसेवा की भावना से प्रेरित एक ज़मीनी पहल थी। इस आयोजन को लोकप्रिय सांसद श्री प्रवीण खंडेलवाल का मार्गदर्शन और समर्थन प्राप्त था, लेकिन कार्यक्रम की संपूर्ण योजना, व्यवस्था और क्रियान्वयन की जिम्मेदारी श्री गोपाल गर्ग जी ने स्वयं संभाली। इस  टैक्स कैम्प की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि इसमें टैक्स भरने वाले व्यापारियों को सभी प्रकार के ब्याज और पेनल्टी से पूर्णतः छूट दी गई। यह निर्णय उन व्यापारियों के लिए किसीराहत पैकेज से कम नहीं था, जो वर्षों से टैक्स के बोझ और जटिल ब्याज-प्रणाली के कारण परेशान थे। इस छूट ने व्यापारियों को प्रोत्साहित किया और बड़ी संख्या में लोग प्रातः 11 बजे से ही कैम्प में पहुंचना शुरू हो गए। श्री गोपाल गर्ग, जो वर्षों से फतेहपुरी क्षेत्र के सामाजिक, धार्मिक और व्यापारिक जीवन में सक्रिय रहे हैं, ने इस शिविर को सफल बनाने के लिए व्यक्तिगत रूप से मेहनत की। उनका मानना है कि: अगर जनप्रतिनिधि केवल भाषण देकर, ज़मीन पर जनता के साथ खड़े हों, तो व्यवस्था में बदलाव संभव है। यह टैक्स कैम्प कोई राजनीतिक प्रदर्शन नहीं, बल्कि जनसेवा का प्रयास है।  प्रात: 11 बजे जैसे ही कैम्प आरंभ हुआ, बड़ी संख्या में व्यापारियों टैक्स भरने पहुंचे। यह आयोजन साबित करता है कि जब कोई जनसेवक निष्ठा और भावना के साथ कार्य करे, तो जनता का भरोसा अपने-आप जागृत होता है। श्री गोपाल गर्ग का यह प्रयास एक आदर्श उदाहरण बनकर उभरा है कि किस तरह राजनीतिक कार्यकर्ता भी बिना पद के, केवल सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत जनता की भलाई के लिए बड़े स्तर पर कार्य कर सकते हैं। श्री गोपाल गर्ग का यह आयोजन जनसेवा का प्रमाण है, और यह दिखाता है कि जब जनहित सर्वोपरि होता है, तब परिणाम भी सर्वश्रेष्ठ होते हैं।

 

 

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