आमिर खान पापा की गरीबी याद करके रोया

  

आमिर खान की आँखों में आए आंसू ये आंसू आमिर खान की आँखों में किसी फ़िल्म की शूटिंग के दौरान नहीं आए बल्कि रियल लाइफ की कुछ पिछली पुरानी यादें याद करते हुए आ गए। आमिर खान का बचपन बहुत ही मुश्किलों से गुजरा है और इसी के बारे में रीसेंट्ली आमिर खान ने एक इंटरव्यू दिया जिसमें उन्होंने अपने पिता के बारे में बात कही। उन्होंने कहा कि पिता ने फ़िल्म में बहुत बेहतरीन बनाई, बहुत अच्छा काम भी किया, लेकिन उस दौरान कई बार प्रड्यूसर्स तक पूरा पैसा नहीं पहुँच पाता था। फ़िल्म नुकसान में जाती थी क्योंकि थिएटर्स के बाहर टिकटें जो है वो ब्लैक में बिका करती थी। इसीलिए प्रोड्यूसर्स के पास पूरा पैसा नहीं आ पाता था और तब आमिर खान का परिवार काफी मुश्किल दौर से गुजर रहा था क्योंकि पिता ने जिन लोगों से कर्जा लेकर फ़िल्में बनाई थीं, उन लोगों को पिता पैसा लौटा नहीं पाए और कर्जदार हावी होने लगे। आमिर खान ने कहा कि कई बार प्रोड्यूसर्स का कॉल मेरे पास आता था, वो मुझसे पैसे मांगते थे। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने फादर को इस तरह से देखते हुए काफी तकलीफ होती थी। उनके फादर बहुत ही साधारण इंसान थे और उन्हें ये बात समझ ही नहीं आयी कि शायद उन्हें इतना कर्जा नहीं लेना चाहिए था। उन्होंने कहा कि पिता की कुछ फ़िल्में सुपरहिट भी हुईं, लेकिन पैसों की तकलीफ हमेशा रही और पिता को तकलीफ में देखकर आमिर खान को दुख होता था। आमिर खान ने कहा कि बचपन की कई ऐसी यादें हैं जहाँ पर पिता को पैसों के लिए झगड़ते देखा है की पैसे नहीं है। मैं क्या करूँ? मेरी फ़िल्म अटक गई है, मैं काम कैसे करूँगा? आमिर खान ने यह भी बताया कि चाहे पिता कितनी ही प्रॉब्लम में क्यों ना हो। उनके स्कूल की फीस देने में कभी भी पिता ने देरी नहीं की। मम्मी भी थोड़ी स्मार्ट थी, पैसा बचाने की कोशिश करती थी। स्कूल के लिए जब आमिर खान की यूनिफॉर्म लेनी होती थी तो बहुत लंबी पेन्ट लिया करती थी और उसे फोल्ड कर करके आमिर खान को पहनाया जाता था ताकि बार बार यूनिफॉर्म के लिए पैसा नहीं खर्च ना पड़े तो एक बहुत ही आम जिंदगी या यूं कहें कि गरीबी वाले बैकग्राउंड से आमिर खान आगे बढ़े हैं और किसे पता था कि ऐसी जिंदगी से निकलकर वो एक टाइम पर इंडियन सिनेमा की वन ऑफ द हाइएस्ट ग्रोसिंग फ़िल्म देंगे। 

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