भारत के 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के विजन को मजबूती देने की दिशा में एशियाई विकास बैंक (ADB) ने बड़ा ऐलान किया है। ADB अगले पाँच वर्षों में भारत में नगरपालिका अवसंरचना (Municipal Infrastructure) के विकास के लिए $10 बिलियन (लगभग ₹83,000 करोड़) का निवेश करेगा। यह राशि थर्ड पार्टी कैपिटल के साथ मिलकर, मेट्रो नेटवर्क के विस्तार, क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर के निर्माण और शहरी सेवाओं के आधुनिकीकरण में खर्च की जाएगी।
ADB अध्यक्ष ने यह जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद साझा की। उन्होंने कहा, “विकसित भारत 2047 एक दूरदर्शी और साहसी विजन है,और ADB_HQ इस महत्वाकांक्षी अभियान में भारत का मजबूत सहयोगी बनने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। साथ देने के लिए प्रतिबद्ध है। हमें गर्व है कि हम भारत के इस परिवर्तनकारी सफर में सहभागी बन रहे हैं। ADB के अध्यक्ष ने यह भी उल्लेख किया कि भारत, जो 1966 से ADB का संस्थापक सदस्य है, आज सबसे बड़ा उधारकर्ता भी है और ADB का एक स्थायी और विश्वासपात्र साझेदार रहा है।
उन्होंने
आगे कहा, “हम भारत के 1.4 अरब नागरिकों के लिए समावेशी, सशक्त और सतत विकास को साकार
करने के लिए सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के निवेश को और अधिक प्रोत्साहित करेंगे, ताकि
देश के हर कोने तक प्रगति की रोशनी पहुँचे। साथ ही, हम ज्ञान सहयोग को और गहराई देंगे
तथा पूंजी जुटाने में सक्रिय भागीदारी निभाएंगे। भारत के विकसित राष्ट्र बनने की यात्रा
में ADB पूरी प्रतिबद्धता और तैयारी के साथ सहभागी है।
यह
निवेश न सिर्फ देश
के शहरी ढांचे को नई ऊँचाई
देगा, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत
और विकसित भारत 2047 विजन को धरातल पर
उतारने में एक बड़ा कदम
साबित होगा।
मुख्य बिंदु: ADB करेगा
$10 बिलियन का निवेश अगले
5 वर्षों में
मेट्रो विस्तार, RRTS और शहरी सेवाओं
पर फोकस
प्रधानमंत्री मोदी
से बैठक में हुई चर्चा
1966 से भारत
ADB का संस्थापक सदस्य और सबसे बड़ा
उधारकर्ता
2047 तक विकसित
भारत बनाने के लिए ADB का
सहयोग
ADB के इस मजबूत सहयोग से भारत का आत्मविश्वास और भी प्रबल हुआ है। यह निवेश न केवल बुनियादी ढांचे को विकसित करेगा, बल्कि लोगों की सोच को भी नया आकार देगा। बेहतर सुविधाएँ, तेज़ परिवहन और स्मार्ट शहरों का सपना अब एक साकार होते हुए यथार्थ में बदल रहा है।
भारत सरकार और वैश्विक संगठनों के इस संयुक्त प्रयास से यह स्पष्ट है कि यदि सोच सकारात्मक हो, नीयत नेक हो और लक्ष्य ऊँचा हो, तो कोई भी सपना अधूरा नहीं रह सकता।
विकसित
भारत 2047" सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि 130 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं का प्रतीक
है — एक ऐसा सपना जो सकारात्मक सोच, सशक्त नेतृत्व और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की मजबूत
बुनियाद पर खड़ा है। यह वही सपना है जो हर युवा के मन में उत्साह भरता है, हर नागरिक
को एक सूत्र में बांधता है और देश के हर कोने में प्रगति की रोशनी फैलाता है।