‘मेरा बेटा पशु प्रेमी है, डॉग वाले मुद्दे को लेकर दुखी था’ – सीएम रेखा गुप्ता पर हमला करने वाले आरोपी की मां का बड़ा बयान

 

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में शनिवार को एक बड़ा सियासी और सुरक्षा संकट देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर अचानक हमला किया गया। इस हमले ने न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं बल्कि आरोपी की पृष्ठभूमि को लेकर भी कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
आरोपी कौन है?: पुलिस ने हमलावर की पहचान राजेश भाई खिमजी के रूप में की है। घटना के तुरंत बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक राजेश ने पहले सीएम रेखा गुप्ता के बाल खींचने की कोशिश की और फिर थप्पड़ मारकर उन्हें गिराने का प्रयास किया।
आरोपी की मां का बयान:आरोपी की मां ने मीडिया से बातचीत में कहामेरा बेटा बचपन से ही पशु प्रेमी है। डॉग्स को लेकर चल रहे विवाद और मुद्दे की वजह से वह काफी दुखी था। शायद इसी कारण उसने ग़लत कदम उठा लिया।यह बयान मामले को एक नई दिशा देता है और यह साफ करता है कि आरोपी की निजी भावनाएँ कुत्तों से जुड़े मुद्दे पर गहरी थीं।
सुरक्षा में बड़ी चूक: इस हमले ने दिल्ली पुलिस और मुख्यमंत्री सुरक्षा टीम की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। राजधानी के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले क्षेत्रों में से एक में सीएम पर इस तरह का हमला होना सुरक्षा एजेंसियों की लापरवाही को दर्शाता है।
मोटिवेशन (प्रेरणा):आरोपी का झुकाव पशु प्रेम और डॉग्स से जुड़े मुद्दे की ओर था। व्यक्तिगत भावनाएँ और असंतोष ने उसे इस हद तक उकसाया कि उसने एक संवैधानिक पद पर बैठे मुख्यमंत्री पर हमला करने जैसा अपराध कर डाला।
सुरक्षा खामियाँ:घटना ने दिखाया कि VIP Security Protocol में अभी भी बड़ी खामियाँ हैं। इस स्तर पर सुरक्षा में सेंध लगना भविष्य के लिए चेतावनी है।
सोशल एंगल:इस केस से यह भी साफ है कि किसी भी सोशल इश्यू (जैसे डॉग्स, पशु अधिकार, पर्यावरण मुद्दे) को सही प्लेटफॉर्म और संवाद के बजाय हिंसा से उठाना कितना खतरनाक साबित हो सकता है।
राजनीतिक प्रभाव:यह हमला अब राजनीतिक रंग ले चुका है। विपक्ष सुरक्षा चूक को लेकर सरकार पर सवाल उठा रहा है, वहीं सरकार इसे एक व्यक्तिगत असंतोष का मामला बताने की कोशिश कर रही है।
घटनाक्रम कैसे हुआ?:गवाहों के मुताबिक, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता एक सार्वजनिक कार्यक्रम में मौजूद थीं। तभी अचानक भीड़ में से आरोपी राजेश भाई खिमजी बाहर आया और उसने पहले नारेबाज़ी की। इसके बाद उसने सीएम के पास पहुँचकर उनके बाल खींचने और थप्पड़ मारने की कोशिश की। सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत उसे काबू में कर लिया और मौके से गिरफ्तार कर लिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। लोगों में गुस्सा और हैरानी दोनों है कि इतनी सख़्त सुरक्षा के बावजूद सीएम तक कोई शख्स कैसे पहुँच गया।
जांच में सामने आया है कि आरोपी राजेश भाई खिमजी दिल्ली का ही रहने वाला है और स्थानीय स्तर पर पशु अधिकारों को लेकर सक्रिय रहा है। वह कई बार डॉग्स की स्ट्रे प्रॉब्लम और उनके अधिकारों को लेकर स्थानीय प्रशासन से नाराज़गी जता चुका था।
हालांकि पुलिस का कहना है कि अभी तक किसी राजनीतिक साज़िश का सबूत नहीं मिला है, लेकिन आरोपी के बयान और उसकी गतिविधियों की गहराई से जांच की जा रही है।
राजनीतिक हलचल:इस घटना ने राजनीतिक हलचल मचा दी है।विपक्ष ने सरकार पर सुरक्षा चूक का आरोप लगाते हुए कहा है कि अगर मुख्यमंत्री खुद सुरक्षित नहीं हैं तो आम जनता कितनी सुरक्षित होगी? वहीं सत्तारूढ़ दल ने इसे एक व्यक्तिगत भावनाओं से प्रेरित हमला करार दिया और सुरक्षा एजेंसियों को मामले की गंभीरता से निपटने के निर्देश दिए हैं।
जनता की प्रतिक्रिया: सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से ट्रेंड कर रही है। ट्विटर (X) और फेसबुक पर लोग लिख रहे हैं कि –"VIP Security पर करोड़ों खर्च करने के बावजूद ऐसी घटनाएँ कैसे हो जाती हैं?"कुछ यूजर्स आरोपी के डॉग लवर होने की बात पर भी बहस कर रहे हैं। कुछ ने इसे एंगर मैनेजमेंट की कमी, तो कुछ ने इसे सुरक्षा एजेंसियों की नाकामी बताया।
भविष्य की चुनौतियाँ: यह घटना दो अहम चुनौतियों को उजागर करती है VIP Security की खामियाँ दूर करनाताकि भविष्य में ऐसे हमले दोबारा हों। जनता की भावनाओं को सही प्लेटफॉर्म देनाताकि लोग असंतोष को हिंसा के बजाय संवाद और कानूनी तरीके से सामने रखें।
सीएम रेखा गुप्ता पर हुआ यह हमला केवल दिल्ली बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। आरोपी की मां का यह कहना किमेरा बेटा पशु प्रेमी है और डॉग वाले मुद्दे को लेकर दुखी थामामले को एक अलग एंगल देता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस जांच में और क्या नए खुलासे होते हैं और सरकार सुरक्षा व्यवस्था को मज़बूत करने के लिए कौन से कदम उठाती है।

 

 

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