COLD LASER THERAPY से चमत्कार और बिना सर्जरी बिना दर्द से उपचार

     

  Q.1- सर सबसे पहले जानना चाहेंगे कोल लासर थेरेपी आखिर क्या है और यह पारंपरिक इलेज से कैसे अलग है?

A-बहुत बढ़िया प्रश्न आपने पूछा है। लेजर में बहुत वैरायटी है और कैटेगरी अलग है। इसीलिए लेजर का मतलब ये नहीं है। हर लेजर का डिफरेंट आउटपुट होता है और काम अलग होता है। जैसे आपने इंडस्ट्रियल लेजर हो गया, सर्जिकल लेजर हो गया। Than आपने फोटोकॉपी मशीन में भी लेजर आता है। आजकल लेजर शो भी हो रहा है। लेजर पॉइंट रिप्रेजेंटेशन होता है। सो लेजर का बहुत सारा आजकल एडवांस लेजर में हर डेली लाइफ में हर आदमी यूज़ करना शुरू कर दिया है। सो जो हमारी बात चल रही है ये है रॉन्ग रीजनरेटिव कोल्ड लेजर थेरेपी। मतलब रीजनरेटिव अल्टरनेटिव मेडिसिन है। इट्स पार्ट ऑफ़ लेजर फिजिक्स। एक्चुअली इसको मैं 20 साल से प्रैक्टिस कर रहा हूं। मेरे साथ डॉक्टर समीर दामद डॉक्टर, सिंधु मोहन जो दोनों हम तीनों डॉक्टर मिलके शुरू किया था बेंगलुरु में अभी दोनों डॉक्टर मेरा रिसर्च जो किया जो रिसर्च आर्टिकल पब्लिश इंडिया में किया था उनमें डॉक्टर समिति अहमद है शिकागो यूनिवर्सिटी में है और डॉक्टर सिंधु मोहन अभी कैलिफोर्निया में सो बहुत छोटी सी लेवल में हमने शुरुआत किया था बट दे वर पैशनेट एंड रिसेट माइंडसेट डॉक्टर दैट्स व्हाई वी कुड एबल टू यूज़ दिस पाथ ब्रेकिंग टेक्नोलॉजी टू हील पेशेंट वेरी फास्ट मास्टरवे विदाउट एनी साइड इफेक्ट्स। सो कोल्ड लेजर इज़ क्लासिफिकेशन थ्री बी कोल्ड लेजर थेरेपी। इसका मतलब क्लासिफिकेशन थ्री बी इज़ थेरेपिटिक लेजर मेडिकल लेजर। इट विल नॉट हार्म योर स्किन और टिश्यूज़ और हेल्थी पोश कुछ नहीं कर सकते। मैं लेजर और अपना विटामिन डी सूरज की रोशनी में मिलती है।

हर कोई जानते हैं। इसका मतलब है सूरज की रोशनी में हमें विटामिन डी मिलता है। बहुत नेचुरली मिलता है। कोई पैसे देने का जरूरत नहीं है। लेकिन आप 11,12 बजे से या समर में जब आप बाहर निकलते हैं लड़कियां पूरा फेस कवर करके पूरा आंख दिखाई देता है। क्योंकि स्किन टैन हो जाएगा, बर्न हो जाएगा, पिगमेंटेशन हो जाएगा। ये डर रहता है। सो ये हमारा कोल्ड लेजर का मतलब है। ये कोल्ड इफ़ेक्ट नहीं देता है। इट्स कूल लेजर। इट्स सॉफ्ट वेव थेरेपी, लो लेवल लाइट थेरेपी, फोटोमेडिसिन, फोटो वेव मॉड्यूलेशन। सो अलग-अलग वर्ड से इसको बोला जाता है। बट इट इज़ पार्ट ऑफ़ लेजर फिजिक्स। इट्स पार्ट ऑफ़ लेजर फिजिक्स एंड लो लेवल लाइट थेरेपी। लाइट थेरेपी में आपको पता है फोटोसिंथेसिस और लाइट के बिना कोई पक्षी या मनुज या अपना पौधे भी नहीं करता है। उनको रोशनी चाहिए। सो ये एक ही लो लेवल लाइट थेरेपी में बहुत सारे जो कंडीशन होता है जिसे लाइफस्टाइल डिर्डर हम बोलते हैं। दिस मैं बैठा हूं मेरा एक्चुअली जो कंधे में शोल्डर पेन हो गया, फ्रोजन शोल्डर हो गया, सर्वाइकल स्पॉनलोसिस हो गया, किसी को माइग्रेन हेडेक हो गया, स्ट्रेस हेडेक हो गया, टिनिटस हो गया, देन लंबा स्पॉन्डिलाइटिस जो पीठ में दर्द हो गया, देन नीर्राइटिस, नी जॉइंट में पेन हो गया। दीज़ आर नॉर्मली एव्री मैन ड्यू टू हिज़ रिपेटेटिव एक्शन इन पर्टिकुलर जॉब डूइंग एववरी डे इन पर्टिकुलर प्लेस यू स्टार्ट गेटिंग नेक पेन, देन बैक पेन ,देन नी पेन ,देन एंकल स्ट्रेन स्पेशली स्पोर्ट्स पीपल विल हैव मोर वेयर एंड टेररिंग नी नी जॉइंट्स देन कार्टिलेज वेयर एंड टेयर सो हर आदमी का अपना ऐज के हिसाब से जो काम डेली यूनिफार्मिंग हम लोग कर रहे हैं उसी काम का वजह से वेयर एंड टयर हम हो जाता है उसी को हम दर्द ये दर्द एक्चुअली डिसीज नहीं है। दी आर लाइफ स्टाइल डिसऑर्डर। यदि मुझे पहले बच्चों को स्कूल में सिखाया जाता है। योगासना हो गया, फिजिकल एक्टिविटी हो गया, पीटीओ हो गया। उसमें क्या है ना भगवान ने जो शरीर को रचना किया है ना 170 जॉइंट्स 170 जॉइंट है और 850 सॉफ्ट टिश्यू मसल है। इस शरीर को क्या चाहिए? भगवान ने जो अमीर आदमी को, गरीब आदमी को सेम शरीर बनाया है, इम्युनिटी दे रखा है 100% और 100 साल के लिए यह शरीर काम कर सकता है। काम में यदि आपको दर्द हो रहा है या बैठने में प्रॉब्लम हो रहा है, चलने में प्रॉब्लम हो रहा है, हमारा लाइफस्टाइल डिसऑर्डर क्योंकि हमें किसी ने  नहीं सिखाया था। हम यहां बिजनेस के पीछे भाग रहे हैं। पैसे के पीछे भाग रहे हैं। हमें समय ही नहीं है। हम पैसा दिखाई दे रहा है। बिजनेस दिखाई दे रहा है। मेरा गोल दिखाई दे रहा है। मेरा करियर दिखाई दे रहा है। बट आई एम फॉरगेटिंग हाउ टू रिएक्ट टू सिचुएशन, हाउ टू कीप माय बॉडी माइंड सोल वेरी पॉजिटिव वे। व्हाट आई हैव टू डू? व्हाट आई शुड नॉट डू, प्रिवेंटिव के में नहीं है। सरकार आजकल 1999% क्यूरेटिव मेजर पे पैसा डाल रहा है। क्यूरेटिव प्रोजेक्ट में हॉस्पिटल बना दिया, सर्जरी बना दिया, मशीन डाल दिया। ये सब क्यूरेटिव मोड में हो गया। आज हमें क्या चाहिए? 21 सेंचुरी में चिल्ड्रन आर वेरी स्मार्ट। दे आर वेरी एजुकेटेड दे आर मोस्ट एडवांस। उनको चाहिए प्रिवेंटिव केयर। प्रिवेंशन इज़ बेटर देन क्योर। हेल्थ इज ओनली वेल्थ। लोगों को स्कूलों में कॉलेजों में यदि सिखाया जाता है। आपको 1 घंटा बैठने के बाद 5 मिनट आपको पैदल चलना होगा। ऑफिसों में बाबूजी बनके बैठ जाते हैं। कोई चाय लेके आओ, कॉफी लेके आओ। यदि मैं खुद ही जाके पानी लेके आऊंगा। कॉफी पी आपका दर्द बहुत कुछ कम हो जाता है। सो इस शरीर का रचना में ये किया गया है। अपना जॉइंट्स और मसल क्या चाहिए? आधा घंटा वाकिंग, आधा घंटा वाकिंग, आधा घंटा लाफिंग जो आदमी इंसान कर रहा है उसका कोई बीमारी नहीं है, कोई दर्द नहीं है। मुझे लगता है डेली लाइफ में ये सब घर में आजकल कोई बातचीत नहीं करते हैं। बी पॉजिटिव, थिंक पॉजिटिव दो टेबलेट सुबह आपको लेना है। कितने आदमी हम लेते हैं? और कोई भी नेगेटिव न्यूज़ ब्रेकिंग न्यूज़ आता है पूरा दिन वही डिस्कशन होता है रोड में ट्रेन में मेट्रो में ये सब नहीं करना है क्योंकि जो हम बातें करते हैं जो हमारा सोच विचार है शरीर के ऊपर सप्रेस करता है इसीलिए आप बोला जाता है ना हेड ऑफ फैमिली हेड ऑफ कंपनी हेड ऑफ़ ऑर्गेनाइजेशन हेड ऑफ नेशन पीएम मोदी जी को क्यों सब चाहते हैं बिकॉज़ ही इज़ वेरी वेरीरी पॉजिटिव ही इज़ बीन फोकस्ड वो कभी किसी से रिएक्ट नहीं करते नेगेटिविटी कुछ भी बोलो किसी को करते नहीं जो काम करना है हज़ एक्शन स्पीक्स लाउड ऑफ़ देम। मुझे लगता है हर इंसान हर नागरिक देश में जो भी यह वीडियो आप देख रहे हो अपने आप को पॉजिटिव बनाओ। देखो अपना जो हेड ऑफ़ फैमिली हेड ऑफ़ बॉडी को भी आपको रेस्पेक्ट करना है। अपना हेड ऑफ़ बॉडी में क्या है? यू नीड पॉजिटिव थॉट प्रोसेस। थिंक पॉजिटिव, बी पॉजिटिव। आपको कोई नहीं हिला सकता है। क्योंकि हेड इज़ लाइक ओवरहेड टैग। यदि आप पॉजिटिव आपने फीड किया, आपको पॉजिटिविटी हर नस नस में और ब्लड रखो में आएगा। यदि नेगेटिव फिर करते हैं नेगेटिविटी आएगा। सो प्लीज अवॉयड नेगेटिविटी एट ऑल कॉस्ट। उसको हमने बात नहीं करना लेना भी नहीं चाहिए। जब हेड ऑफ बॉडी पॉजिटिव हो जाता है और हेड ऑफ नेशन जैसे स्ट्रांग है, आपका मस्तक स्ट्रांग है, आपका लीवर, हार्ट, किडनी ये ब्रांचेस है शरीर के अंदर वो पूरा बैलेंस रहता है। सो मुझे लगता है जितना स्ट्रेस हम ज्यादा ले रहे हैं या नींद नहीं रहा है। लॉट ऑफ़ रीज़ंस आर स्ट्रेस इज़ ओन वर्ड। आई कैन से दैट स्ट्रेस आपको नींद नहीं करने से भी आएगा, ज्यादा करने से भी आएगा, नहीं करने से भी आएगा। सोचने से भी आएगा, नहीं सोचने से भी आएगा। यू हैव टू बैलेंस इट एक्चुअली। सो जब शरीर का अंदर बायो इंजीनियरिंग जो शरीर का अंदर बायो एनवायरनमेंट है वो चीज ऑटोमेटिकली करेक्शन मोड पर जाता है और किसी को यह भी पता नहीं मुझे कितना पानी किसी को मैं पूछता हूं पेशेंट को पानी कितना है सर पी लेता हूं तीन चार गिलास ,मुझे लगता है हर 20 केजी वजन हर 20 केजी बॉडी वेट के लिए 1 लीटर ऑफ लिक्विड जाना चाहिए ,क्या 20 केजी वजन आपका वजन यदि 80 केजी है आपको 4 लीटर का पानी मतलब नारियल पानी चाश ले लिया जूस ले लिया लस्सी ले लिया सूप ये सब जाना चाहिए तब शरीर का अंदर पचन करने के लिए आपको आराम से ऑटोमेटिकली हो जाता है। उसके अलावा भी कितना घंटा सोना है? कोई बोलता है घंटा सोना है कोई आठ घंटा आप कभी भी से आठ घंटा में सो सकते हो। लेकिन रात का 11:00 बजे से सुबह 3:00 बजे का ये चार घंटा बहुत क्रूशियल है। उस चार 11 से 3:00 बजे सुबह तक ये चार घंटे में जो भी अपना खाना पीना पचन जो भी होगा ऑल ऑर्गेनाइजेशन उसी टाइम में काम करता है। लेकिन हमें दिल्ली जैसे सिटी में लोग उस आते हैं सुबह 2:00 बजे 3:00 बजे पार्टी दे आर ऑल पार्टी एनिमल लेकिन शरीर को यह पता नहीं आप पार्टी में जा रहे हो क्या पार्टी ये बोलता है भाई 11:00 बजे सुला दो मुझे हम नहीं सुलाते एक्सक्यूज मी एक्सक्यूज मी प्लीज सो 11:00 बजे सोना जरूरी है 11:00 से 3:00 बजे वेरी क्रूशियल स्लीप फॉर एवरीवन, इसमें इस जो भी मैं बता रहा हूं इस रूट कॉज वजह से कुछ ना कुछ दर्द होता है मैं टाइप करता रहता हूं। मेरे उंगली में कार्पलन सिंड्रोम हो जाता है। फिंगर अर्थराइटिस आपको दर्द दिखाई देगा। शोल्डर में आपको बहुत स्टिफनेस जाएगा। स्टिफ नेक हो जाएगा। ये अपना रोजी रोटी के लिए काम करने से हर नागरिक को हर इंसान को कुछ ना कुछ दर्द आता है। इसके लिए क्या करना है? आधा घंटा वाकिंग, आधा घंटा लाफिंग। मतलब जब मोमेंटम जाती है ऑक्सीजन ब्लड बॉडी टू माइंड आराम से जा सकता है। इसीलिए अर्ली मॉर्निंग में जो वॉकिंग करेगा जो बाहर जाएगा उसका दो बेनिफिट है। हर आदमी दिल्ली में देखता है फिटनेस के लिए आप जिम सेंटर में जाते हैं।

                       
लाखों रुपए का पैसा करते हैं। गोल्ड जिम बोलते हैं। लेकिन गार्ड दिया हुआ जिम क्या है? नेचर है। आपका टेरेस होगा। आपका सड़क होगा। आपका पार्क पब्लिक पार्क होगा। आप आधा घंटा चलने से क्या होगा? पूरा ऑक्सीजन ब्लड बॉडी टू माइंड ईली जाता है। आपका बीपी कम होगा, हार्मोन बैलेंसिंग होगा। उसके बाद जो 100% फ्री ऑक्सीजन आपको नेचर में मिल रहा है। जैसेजैसे दिल्ली जैसे शहर में क्या होता है? ट्रैफिक 10 ,11 बहुत ट्रैफिक होजाता है। बहुत पोलशन होता है। क्रैकर बस्ट करने से दिवाली में पोलशन हो गया। सबको पता है। मुझे लगता है अर्ली मॉर्निंग वाकिंग इन 5 टू 7 क्लॉक आपको 100% फ्री ऑक्सीजन गार्ड दे रहा है। वो गार्ड जिम है और आपका शरीर का अंदर जो ऑक्सीजन ब्लड फ्लो है वो है। दूसरी बात है जितने मसल स्टिफनेस और मसल्स पेन पेन ये ऑटोमेटिकली दूर हो जाएगा। आप इसको पैसा और डॉक्टर को जाना जरूरी है क्या? इतना छोटे देखो अमीर लोगों के पास इंश्योरेंस है। जितने भी बड़े-बड़े हॉस्पिटल है कॉपोरेट हॉस्पिटल में जाते हैं वो दिखा देते हैं। लेकिन गरीब आदमी जो छोटी-मोटी काम कोई वेजिटेबल वेंडर है। कोई अपना जूता सिलाई करता है। कोई छोटी-छोटे काम कर रहा है। वो लोगों को भी दर्द है। वो भी इंसान है। उनको भी दर्द महसूस होता है। वो कभी हॉस्पिटल नहीं जाते क्योंकि पैसा नहीं है। वो डॉक्टर पैसा देने लायक भी नहीं है। वो सर्जरी तो बहुत दूर की बात है। मुझे लगता है जितने सर्जरी हो रहा है जितने पैसे वाले हैं अमीर लोग हैं उन्हीं का सर्जरी हो रहा है। आप मानते हो कि नहीं? हर गरीब में लोअर मिडिल क्लास जितने भी उनका कोई पैसा नहीं है। वो बोलते हैं ठीक है जो होगा भगवान जैसे करेगा हम वही काम करेंगे। मुझे लगता है जब एक आदमी जिंदगी बिना सर्जरी जी सकता है। बाकी लोग क्यों नहीं कर सकते? डर साइको फियर फियर फोबिया लोगों को डरा देते हैं। आपको ऐसा होने से ऐसा हो जाएगा। आपको देखो नहीं करना है। बेस्ट डॉक्टर आज तक मेरे जिंदगी में देखा एक ही डॉक्टर डॉक्टर बीएम मेगड़े। डॉक्टर बी एम मेगड़े इस पीपल्स डॉक्टर। इतना इंडिया में इतना मचूर डॉक्टर नहीं पूरा वर्ल्ड में वो मचर डॉक्टर है। वो मेरा रोल मॉडल है। वो कभी किसी को सर्जरी डराने का मेडिसिन नहीं करते। सो जब वी आर टेकिंग लीफ आउट ऑफ सक्सेस स्टोरी। वी वांटेड टू गाइड पीपल। बेस्ट डॉक्टर कौन है? जो पेशेंट को मेडिसिन से बाहर लेके आया जाएगा। मुझे लगता है फूड इज मेडिसिन, फूड इज मेडिसिन। यदि जो जितने भी किसान लोग जो बूम से उगाते हैं ना जो फल हो गया,फ्रूट हो गया, सब्जी हो गया ये ये हराभरा सब्जी और फ्रूट जो खाएगा उसको कोई प्रॉब्लम नहीं है। ये सब नहीं कर रहे हैं हम लोग। हम लोग तो आजकल फूड सप्लीमेंट हो गया, सुपर फूड हो गया, सप्लीमेंट हो गया। इसमें कहीं ना कहीं डिस्ट्रैक्शन हो रहा है। क्योंकि मोबाइल एरा है, टेक्नोलॉजी एडवांस हो गया। उसको अच्छा चीज के लिए यूज़ करना चाहिए। आजकल तो तुरंत आपका डिलीवरी जाएगा। पूरा आप ऑनलाइन पोर्टल पे है, -कॉमर्स पे है वो इकोनॉमिकली वो लोग पैसा बना रहा है। लेकिन हम लोग डिस्ट्रक्शन हो रहे हैं। मुझे लगता है देखो जिसके पास पैसा है वो कुछ भी सुपर फूड या सप्लीमेंट भी लेगा। हम सोच रहे हैं आम आदमी के लिए। जितना हो सकता है मैं आम आदमी को कोई सर्जरी, कोई मेडिसिन, ड्रग्स साइड इफेक्ट नहीं करना। ये हमारा एक छोटा सा मिशन हमने शुरू किया है। हम तीन डॉक्टर मिलके अभी दिल्ली में चित पार्क में हमने क्लीनिक खोला है। हमारा यही रहेगा। वी वांट टू एड्रेस पेन अंडर प्रिवेंटिव केयर। प्रिवेंटिव मोड में लाना है। जो है उधर से रिवर्स करना पड़ेगा। कई चीज है क्यूरेटिव करना पड़ेगा। कई चीज है डायबिटीज लाइफ लोंग मैनेजमेंट भी करना होता है। कई चीज बच्चों को यूथ को हम लोगों ने प्रिवेंट कर सकते हैं। यदि उनका फूड हैबिट्स हो गया, उनका एक्सरसाइज हो गया, उनका माइंड थिंकिंग हो गया, माइंडफुलनेस हो गया, ऑटोमेटिकली हम रिवर्स कर सकते हैं। उसी के लिए एक छोटा सा प्रयास हम लोग मिले हैं। जैसे सुयोग घोष जी मेरा डायरेक्टर है। या जो भी टीम मेरे साथ अभी काम कर रहे हैं हम सब मिलके लोगों को वी वांट टू एजुकेट देम ब्रिंग अवेयरनेस इन सोसाइटी सी दैट मनी इज नॉट क्राइटेरिया बट एक बार कोई शरीर सर्जरी हो जाता है लॉट ऑफ कॉम्प्लिकेशन जाता है सबको पता है जहां तक हो सकता है वी वांट टू अवॉयड सर्जरी इसीलिए हमारा यूएसपी ये रहेगा ड्रगलेस पेनलेस फियरलेस स्ट्रेसलेस नो एडमिशन नो सर्जरी नो मेडिसिन नो सेट मुझे लगता है पूरा दुनिया में इतना अच्छा और इतना स्वीट मेडिकेशन है ही नहीं मिल सकता। ये नेचर से जो भी है पार्ट ऑफ़ नेचर में जो पांच धातु से बना है। लाइट इज़ आल्सो देयर। सनलाइट का वजह से जो हर आदमी नहीं जा सकता है। क्योंकि सुबह वो मॉर्निंग में जो मॉर्निंग शिफ्ट में जाते हैं वो लोग कैब में बैठ गए। एसी में जाएंगे। ऑफिस जाके फिर एसी कैबिन में बैठ जाएंगे। फिर शाम को जब निकलते हैं चांद निकल जाएगा।

 सूरज नहीं है। मुझे लगता है बहुत सारे लोगों को विटामिन डी डिफिशिएंसी है। विटामिन डी डिफिशिएंसी है। मुझे लगता है लाइट थेरेपी लो लेवल लाइट थेरेपी से वी कैन कंप्लीट बॉडी ट्रांस और कोल्ड लेजर थेरेपी या कूल लेजर थेरेपी लो लेवल लाइट थेरेपी क्या करता है? व्हेन आई अप्लाई लेज़र ऑन स्किन इट इज़ यूनिफॉर्म यूनडायरेक्शनल। ये अंदर चार्ज डीप अंदर जाएगा। और जब अंदर जाने के टाइम में हेल्थी टिश्यू और पोशन को डैमेज नहीं करता है। सिर्फ इंजरी सेट में डैमेज साइट में जाके रिपेयर रिलीफ रीजनरेट करता है। इतना अच्छा टेक्नोलॉजी पूरे वर्ल्ड में नहीं है। ये पाथ ब्रेकिंग टेक्नोलॉजी है। ये पाथ ब्रेकिंग एविडेंस बेस्ड एंड साइंटिफिकली प्रूव कोल्ड एज थेरेपी है। इसका बारे में किसी को भी जानकारी चाहिए आप वेबसाइट में देख सकते हो। Google पे देख सकते हो। वी हैव बीन डूइंग एंड बिकॉज़ इट्स ओनली पॉसिबल ऑल रिसर्च एंड माइंडसेट पीपल हु हैड पॉजिटिविटी टुवर्ड्स मैनकाइंड वी हैव बीन ब्रॉट टू दिस स्टेज एक्चुअली पूरा वर्ल्ड में कोल्ड में इतना इस लेवल पे किसी ने आज मेडिकल कंडीशन रिवर्स नहीं किया गया और इसके साथ आज मुझे गर्व से बोल सकता हूं 20 साल से हम करते रहे थे अभी ऑल इंडिया मेडिकल इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस न्यू दिल्ली दे आल्सो पब्लिश देयर आर्टिकल ऑफ़ डायबिटिक न्यूरोपैथी नर्व डैमेजेस न्यूराइटिस के लिए इन्होंने अपना रिसर्च आर्टिकल पब्लिश किया। इसीलिए इट विल गो टू अनदर नेक्स्ट लेवल ऑफ़ कोल्ड वी कैन डू नॉट ओनली वी आर डूइंग पेन मैनेजमेंट। नाउ वी कैन आल्सो ट्रीट न्यूरोपैथी देन आर्ट देन यू कैन नॉन हीलिंग अल्सर्स गैंगन वी कैन डेफिनेटली सेव मोस्ट ऑफ़ लिम्स विदाउट गेटिंग इंटू सर्जरी। ये बहुत पाथ ब्रेकिंग है। मुझे लगता है आजकल तो एआई बोलते हैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हर एआई के पीछे और एक एआई रहेगा। ओएआई क्या है? हर आर्ट इंटेलिजेंस के पीछे एक अमेजिंग इंडियन है। अमेजिंग इंडियन हु हैज़ बीन लोडेड विथ इंटेलिजेंस, पैशन, एम्पथी एंड बीइंग ह्यूमन। विथ दैट वी हैव बीन प्रैक्टिसिंग हियर। एनीबडी वांट्स टू अवॉयड सर्जरी टू स्पाइनल कॉलम, नी जॉइंट्स, वी आर देयर टू एडवाइस यू। यस, देयर आर सर्टेन केसेस वेयर बोन फ्रैक्चर इज़ देयर, एक्सीडेंटल, ट्रामा, इंजरी, दे आर डेफिनेटली सर्जिकल इंटरव्यूशन इज़। व्हेन आई से नो सर्जरी, नो इंजरी नॉट फॉर ऑल केसेस। इट इज़ आई एम टॉकिंग अबाउट लाइफस्टाइल डिसीजसेस बिकॉज़ रोजीरोटी के लिए जो काम कर रहे हैं ना वो आम आदमी के लिए सर्जरी का जरूरत नहीं है। वो दर्द को हम दूर कर सकते हैं वि रिवर्स स्ट्रेटजी उनको कोल्ड एज थेरेपी से हम कर सकते हैं। लिटिल एक्सरसाइज मॉडिफिकेशन देन हाउ यू हैव टू मेंटेन योर डेली लाइफ स्टाइल व्हिच वी नीड टू दैट। इसी में एक छोटा सा प्रयास हम लोग आपके सामने जाए और आपने हमारे साथ बहुत अच्छा प्रश्न पूछा है। मुझे लगता है इससे जानकारी लोगों को जाना चाहिए। मोर एंड मोर व्हेन यू गिव इनेशन आई थिंक वी कैन अवॉयड पीपल गोइंग टू हॉस्पिटल्स दे कैन डू बिकॉज़ घर पे ही आप कर सकते हो छोटा-मोटा एक्सरसाइज कर लिया, थोड़ा पानी का मात्रा बढ़ा लिया, आधा घंटा वाकिंग कर लिया ,आधा घंटा एक्सरसाइज कर लिया, इसके लिए पैसा क्यों देना है आपको बिना पैसे मैं आपको रेडी करने को तैयार हूं आप सुनने को तैयार हो ?

Q.2. Absolutely Sir, कई लोग सर्जरी से डरते हैं तो क्या ये थेरेपी पूरी तरह नो सर्जरी,नो इंजरी पर आधारित है? आपके बोलने का मतलब यह है?

A.-जो दिन जो काम हम कर रहे हैं जो छोटा-मोटा जो कोई आदमी सिक्योरिटी गार्ड है, कोई बाबूजी है, कोई क्लर्क है, कोई कंप्यूटर डाटा इंटर ऑपरेटर है वो काम करते-करते उनको पीठ में दर्द है और गर्दन पे दर्द है। इसको सर्जरी का आप नहीं आएगा। सर्जरी ओनली रिक्वायर्ड व्हेन एनी एक्सीडेंट, ट्रामा, बोन फ्रैक्चर, इंजरी। अदर देन दैट जो आपको जितने भी लोग काम कर रहे हैं प्रोफेशनल से एम्प्लाइज है वर्कर्स है लेबर से उनका सर्जरी का जरूरत नहीं है। हां व्हनेवर जरूरत का जरूरत पड़ेगा वो भी हम उनको एडवाइस करेंगे उनको रेफर करेंगे जहां वो ले सकता है।

 

Q.3.सर आपको ब्रिटिश पार्लियामेंट से भी रिकॉग्नाइजेशन मिला है। उस सम्मान के पीछे की कुछ कहानी है क्या?

A.- यह तो मैं बताया ना इसका ये जो भी अवार्ड रिवार्ड हमें मिला है ये सब मेरा टीम एफर्ट है। मुझे सबसे बड़े जो मॉडर्न मेडिसिनस में क्यों क्या होता है, एलोपैथी का डॉक्टर्स और अल्टरनेटिव मेडिसिन का बहुत गैप था एक्चुअली बट बोथ आर साइंस इज़ पार्ट ऑफ़ मेडिकल साइंस। हम सोचते हैं एक इंसान को हम सर्जरी बचाना भी चाहिए। जहां सर्जरी जरूरत है वो बोलना भी चाहिए। उसके लिए आई हैड वेरी इंटीग्रेटिंग मेडिसिन स्पेशलिस्ट अंडर वन रूफ वेयर एमबीबीएस एमडी एमएस डन माय डॉक्टर्स कलीग्स वर देयर विथ देम वी हैव ब्रॉट अल्टरनेटिव सिस्टम आल्सो देन वी हैव ब्रॉट एविडेंस बेस्ड थेरेपिस्ट अंडर वन रूफ वी हैड कॉमन एजेंडा टू हेल्प मैनकाइंड एंड ह्यूमन वर्ल्ड पुटिंग देम इंटू सर्जरी एंड अदर मोर इंटरनल मेडिसिन सो इसी बेहतरीन में जो भी अवार्ड मुझे अह ब्रिटिश पार्लियामेंट में मिला, अवार्ड इज डेडिकेटेड टू ऑल माय डॉक्टर्स, ऑल माय थेरेपिस्ट ऑल पेशेंट हु ट्रस्टेड, अस गिव अस अपॉर्चुनिटी आई डेडिकेटेड टू देम आल्सो इट्स विनिंग पॉइंट फॉर इंडिया व्हेन दे से कोल्डेज मैन ऑफ़ इंडिया डॉ श्याम रघुनंदन एफर्ट कम्स टू ऑल पीपल थेरेपिस्ट डॉक्टर्स एंड होल 140 करोड़ पीपल ऑफ़ दिस कंट्री वी आर मच हाय देन एनीबडी एल्स क्योंकि ब्रिटिश लोगों ने हमारे ऊपर राज किया था उसी ब्रिटिश पार्लियामेंट में एक अवार्ड लेना हर नागरिक हर प्राइड इंडियन के लिए ऑनर था आई थिंक आई दिस अवार्ड एंड रिवार्ड टू माय एंटायर नेशन आई हैव बीन प्राउड ऑफ दैट।

Q.4.आपको इस थेरेपी start करने के लिए प्रेरणा कहां से मिली? कोई ऐसा केस था जिसने आपको गहराई से प्रभावित किया है?

 A.-बहुत अच्छा प्रश्न। मुझे लगता है अभी आपने यू वर गेटिंग टू रूट्स ऑफ दिस कोल्ड लेजर थेरेपी। मैंने एक्सीडेंटली कोल्ड लेजर थेरेपी में आया। एक्चुअली माय फादर वाज़ बेड रिडन इन 2005, 2005 वाज़ बेड रिडन पेशेंट। डिस प्रोलैप्स और डिस्कप डिस्कवर से ही वाज़ नॉट एबल टू गेट आउट ऑफ़ बेड। उनको मैंने ले जा के नहा के मत ला के, सो सिक्स मंथ्स आई वास सर्विंग माय फादर एंड आई हैव डन ऑल थेरेपी ऑल जो भी जिसने भी अंडर सन बोला आई हैव ट्रेड एवरीथिंग. माय फादर कुड नॉट गेट एनी रिलीफ। एंड माय फादर वाज़ अडमेंट नॉट टू गो फॉर सर्जरी. दैट वाज़ हिज़ अडामेंट ही हैज़ ब्रट मी टू सिटी इन फ्रंट ऑफ़ यू एंड यू आर डूइंग माय इंटरव्यू बिकॉज़ ऑफ़ माय फादर अडमेंट। सी देन आई वास सर्चिंग ऑफ़ व्हाट इज नेक्स्ट व्हाटएवर जो भी हमें इंसान रास्ता दिखाया मैं सोचा मेरे डैडी को कमसे कम थोड़ा रिलीफ मिलना चाहिए। सो आई स्टार्टेड पर्सुइंग देन आई फाउंड दैट समबडी वन ऑफ़ माय फ्रेंड इन कनाडा सेड दैट कोल्ड लेजर थेरेपी यू कैन ट्राई बट इन दैट 2005 देयर वाज़ नो कोल्ड लेज़र थेरेपी इन इंडिया. देन आई वाज़ कनेक्टेड टू सम डॉक्टर्स देन मैन्युफैक्चरिंग कंपनीज़। उनसे मैंने बात किया। उन्होंने बोलता है आपका डैडी के लिए हम इंडिया नहीं सकते। देन दे पुट क्लॉज़ दैट मुझे लग गया ऑलमोस्ट महीना उनको पर्स्यू करने में बातचीत करने में उनको कन्विंस करने में उन्होंने बोला आप मशीनरी खरीदने से हम आपको इंडिया में आएंगे और इंडिया में आप हमें प्रमोट करना पड़ा दो तीन सिटी में आप प्रमोट कीजिए ,ऑन दैट कंडीशन आई परचेस लेजर मशीन फ्रॉम कनाडा फ्रॉम थेलिसा लेजर कंपनी वाज़ देयर फ्रॉम कनाडा ,देन आई हैव ब्रॉट लेजर टू इंडिया देन दे स्टेड इन बोर देन दे ट्रीटेड माय फादर फॉर 25 डेज ,एंड माय फादर स्टार्टेड फाइंडिंग लिटिल रिलीफ एंड ऑल देन दे टॉट मी हाउ इट इज़ टू बी कंट्यूड विथ वन ऑफ़ माय डॉक्टर समीत एंड डॉक्टर सिंधु इंडियन डॉक्टर्स वर देयर विथ मी देन आई ट्राइड ऑन माय फादर आई ट्राइड ऑन माय फादर आई ट्रेड ऑन माय मदर आल्सो व्हेन इट वाज़ सक्सेसफुली फाउंड दैट ,माय फादर इस टुडे 84 ईयर ओल्ड इफ यू लुक एट माय फादर एंड माइसेल्फ लुक लाइक ब्रदर नो सिम्टम ऑफ़ दैट ही वाज़ बेडन ऑर्थ सो सच वंडरफुल रिलीफ इन माय फैमिली फैमिली आई हैव सीन दैट देन आई वांटेड टू सेल मशीन टू सम डॉक्टर्स और टू थेरेपिस्ट बट नो टेक असर्स व्हाट कोल्ड हाउ इट विल डू यू नो ऑल डिसरेजिंग एंड डीमोटिवेटिंग थिंग्स आई हर्ड इन मार्केट देन आवर फैमिली डॉक्टर सेड दैट व्हाट वी कुड नॉट डू योर लेज़र हैज़ डन टू योर फादर ट्राई टु गिव दिस टू सोसाइटी बैक. सो, ऑन दैट कंडीशन, आई स्टार्टेड स्माल क्लीनिक इन बैंगलोर। देन इन आफ्टर ओपनिंग क्लीनिक नोबडी हैज़ कम ऑलमोस्ट थ्री फोर मंथ्स आई वास सिटी गोइंग एंड ईटिंग एंड सिटी इन क्लीनिक देन वी टीमड अप देन स्लोली समबडी इंट्रोड्यूस टू लाइव टीवी शोज़ देन आई एक्सप्लेन टू पीपल पीपल गोट सम थिंग एंड नेक्स्ट डे आई फोल्ड ऑलमोस्ट 40 पीपल हेड कम दट 40 पीपल हेज़ मेड मी टू सर्व दिस पेन वर्ल्ड फॉर लास्ट 20 इयर्स एंड आई हैव बीन ट्रीटिंग इन बेंगलुरु दिल्ली गुड़गांव देन दुबई सिंगापुर देन यूएसए सो पीपल वेरवर दे गिवन अपोरर्चुनिटी आई हैव बीन सर्विंग देम एंड आई एम एंजॉयंग एट दिस ऐज टेकिंग पेन आउट ऑफ़ समबडी इस नॉट दैट इजी बट ही इज़ अवंडरफुल टेक्नोलॉजी सो आई स्टार्टेड दिस एस संजीवनी हेल्थ सलूशंस बिकॉज़ संजीवनी लॉर्ड हज़ ब्रॉट फॉर लक्ष्मण एंड सेम दैट संजीवनी इज़ देयर इन एवरीवनस लाइफ एंड इट इज़ पाथ ब्रेकिंग टेक्नोलॉजी इज़ 21 पाथ ब्रेकिंग टेक्नोलॉजी वेयर पीपल कैन अवॉयड सर्जरी एंड एंड नॉट ओनली दैट दिस कोल्ड लेज़र थेरेपी इज़ कैन बी बिफोर सर्जरी आल्सो पोस्ट सर्जरी आल्सो वी कैन हील पेंस आल्सो सूचर्स आल्सो पेन वी कैन इज़ली डू विथ लेजर सो वी कैन यूज़ कोल्ड लेजर प्रेयर टू सर्जरी इवन आफ्टर सर्जरी आल्सो वी कैन यूज़ इट एंड ब्रिंग स्माइल ऑन ईच पेशेंट.

Q.5. -Last Question सर आपके मिशन ड्रॉकलेस,पेनलेस,फेयरलेस,स्ट्रेसलेस लाइफ के विज़ क्या है ?

A.-लाइफ के विज़ आदमी को दर्द निकालना किसी का भी बस की बात नहीं है। वो भगवान मेरा दर्द निकाल दे। लोग बोलते हैं। मुझे लगता है पूरा दर्द तो नहीं निकाल सकते। बट आई एम वेरी कॉन्फिडेंट विथ माय 20 इयर्स ऑफ़ एक्सपर्टीज। दर्द को मैं कम कर सकता हूं। उनका चेहरे पे स्माइल देख सकता हूं। बिकॉज़ देयर आर मेनी किसेस पीपल हैव बीन ब्रॉट बाय व्हील चेयर्स। कोई उठा के लाता है। बट टुडे आई हैव सीन दैट आफ्टर सम सेशंस पीपल आर गोइंग ऑन देयर वॉक। आई थिंक मुझे लगता है आई एम गर्व से बोलता हूं। एक मैं ऐसा इंसान हूं इस देश में जितना आशीर्वाद मुझे पेशेंट से मिला है, शायद सबको मिलना चाहिए। सो वो गर्व की बात है एंड आई हैव बीन एंजॉयंग हेल्पिंग पीपल एंड गाइडिंग देम। कई केसेस नहीं कर सकते। उनको सही जगह दिखाना चाहिए। मेंटरिंग एंड मॉनिटरिंग एंड एडवाइजिंग इज वेरी वेरी डिफिकल्ट टास्क। ये एम्पैथेटिकली वी शुड गेट पैशन चाहिए। डॉक्टर्स आर देयर। आई एम डॉक्टर वि डिफरेंट एंड लोग बोलते हैं कोल्ड एस मैन। मेरा ऐसा कुछ नहीं है। एक मां-बाप आते हैं। एक बेटे जैसा जो सेवा करना मैं करता हूं। जो फ्रेंड जैसा जो सर्व करता हूं। एंड देयर आर सर्टन थिंग्स वी कैन रिवर्स इट सम टाइम्स। वी हैव टू लाइफ टाइम वी हैव टू मैनेज दैट। बट वी कैन डेफिनेटली डू वि कोल्ड। थैंक यू सर। नमस्कार। थैंक यू प्रिया फॉर योर वंडरफुल टाइम। थैंक यू। थैंक यू।

 

 

 

 

 

 

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