वेस्टइंडीज
क्रिकेट टीम ने टेस्ट क्रिकेट
के इतिहास में एक नया अध्याय
जोड़ दिया है। 6 दिसंबर 2025 को न्यूजीलैंड के
खिलाफ गाबा (ब्रिस्बेन) में खेले गए दूसरे टेस्ट
मैच में वेस्टइंडीज ने चौथी पारी
में 437 रनों के विशाल लक्ष्य
को सिर्फ 6 विकेट खोकर हासिल कर लिया। यह
टेस्ट क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी
सफलतापूर्वक चौथी पारी का पीछा है,
जिसने 1976 में वेस्टइंडीज द्वारा ही ऑस्ट्रेलिया के
खिलाफ किए गए 404 रनों के पुराने रिकॉर्ड
को तोड़ दिया। मैच का रोमांचक सार:
न्यूजीलैंड ने पहली पारी
में 276 और दूसरी पारी
में 226 रन बनाए थे।
इसके जवाब में वेस्टइंडीज ने अपनी दोनों
पारियों में क्रमशः 162 और 437/6 रन ठोके। 438 रनों
का लक्ष्य टेस्ट क्रिकेट में अब तक का
सबसे बड़ा लक्ष्य था जिसे किसी
टीम ने सफलतापूर्वक हासिल
किया हो।हीरो बने
केसी
कार्टी
और
गुदाकेश
मोती:
ओपनर केसी कार्टी (Keacy Carty) ने नाबाद 215 रनों
की मैराथन पारी खेली, जो टेस्ट क्रिकेट
की चौथी पारी में किसी भी बल्लेबाज द्वारा
खेली गई सबसे बड़ी
व्यक्तिगत पारी है। इस शानदार प्रदर्शन
के साथ, स्पिन ऑलराउंडर गुदाकेश मोती (Gudakesh Motie) ने भी 110 रनों
की शानदार सेंचुरी ठोकी। दोनों खिलाड़ियों ने मिलकर सातवें
विकेट के लिए 200+ रनों
की साझेदारी की, जो इस मैच
का टर्निंग पॉइंट साबित हुई। उनकी इस अद्वितीय साझेदारी
ने वेस्टइंडीज की जीत की
नींव रखी और दर्शकों को
एक यादगार क्रिकेट अनुभव प्रदान किया।
टेस्ट क्रिकेट
में
सबसे
बड़े
सफल
चेज़
की
टॉप-5
लिस्ट
(अब
अपडेटेड)
वेस्टइंडीज
ने गाबा में न्यूजीलैंड के खिलाफ 437/6 का
स्कोर बनाया, जो एक शानदार
प्रदर्शन था। इसके अलावा, वेस्टइंडीज ने एंटीगा में
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 404/3 का
स्कोर बनाया, जो 2003 में हुआ था। दक्षिण अफ्रीका ने पर्थ में
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 395/8 का
स्कोर बनाया, जो 2008 में हुआ। भारत ने 2008 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ 387/4 का
स्कोर बनाया। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने होबार्ट में
पाकिस्तान के खिलाफ 1999 में
369/6 का स्कोर बनाया। ये सभी स्कोर
क्रिकेट के इतिहास में
उल्लेखनीय हैं और इन मैचों
ने क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में
खास जगह बनाई है।
यह जीत
वेस्टइंडीज
के
लिए
क्यों
है
ऐतिहासिक?
पिछले 25 सालों में वेस्टइंडीज की यह सबसे
बड़ी टेस्ट जीत है, जो न्यूजीलैंड के
खिलाफ विदेशी सरजमीं पर उनकी पहली
टेस्ट जीत है, जो 2008 के बाद आई
है। टेस्ट रैंकिंग में नंबर-8 पर चल रही
वेस्टइंडीज टीम ने इस जीत
के साथ दुनिया को यह संदेश
दिया है कि कैरेबियन
क्रिकेट अभी भी जिंदा है।
इस ऐतिहासिक जीत ने वेस्टइंडीज क्रिकेट
के प्रशंसकों में नई उम्मीद जगाई
है और टीम के
भविष्य के प्रति सकारात्मक
दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है।