प्रेरणा, व्यक्तिगत स्पर्श और सकारात्मक सोच का संगम स्टार इंडियन आइकॉन अवार्ड सीजन-5 में “प्रिया को मिला प्रेरणा का सम्मान पत्रकारिता और आयोजन में उत्कृष्ट योगदान”

 

                                            नई दिल्ली, शनिवार, 28 जून, 2025 | होटल रेडिसन ब्लू, द्वारका

28 जून की शाम होटल रेडिसन ब्लू, द्वारका में आयोजित स्टार इंडियन आइकॉन अवार्ड सीजन-5 और मानद डॉक्टरेट पुरस्कार समारोह एक ऐसा प्रेरणादायक मंच बना इस कार्यक्रम ने केवल प्रतिभाओं का सम्मान किया, बल्कि सकारात्मक सोच और प्रेरणा का जश्न भी मनाया। इसकी शुरुआत गणेश वंदना की भक्तिमय धुनों और एक मनोहारी सांस्कृतिक नृत्य से हुई, जिसने वहाँ मौजूद हर शख्स के मन में श्रद्धा, ऊर्जा और उत्साह की लहर भर दी।

इस कार्यक्रम का आयोजन प्रेरणा सोशल डेवलपमेंट एंड वेलफेयर सोसाइटी द्वारा किया गया, जिसकी नींव डॉ. पलविंदर सिंह ने समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के उद्देश्य से रखी थी। बॉलीवुड अभिनेत्री नवीना बोले और अंतरराष्ट्रीय सेलिब्रिटी कमल घिमिरे ने समारोह में अपनी गरिमामयी उपस्थिति से उत्सव को और भी खास बना दिया।

इस भव्य आयोजन में प्रिया मगरराती को भी सम्मानित किया गया, जिन्हें पत्रकारिता और इवेंट आयोजन के क्षेत्र में उनके अद्वितीय योगदान के लिए पहचाना गया। अब तक उन्हें 60 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं  ,एक उपलब्धि जो केवल उनकी प्रतिभा का प्रमाण है, बल्कि उनके समर्पण और मेहनत की भी कहानी कहती है।

प्रिया मगरराती आज केवल एक नाम नहीं, बल्कि प्रेरणा का प्रतीक बन चुकी हैं। पत्रकारिता की दुनिया में अपनी सटीक लेखनी और जनसरोकार से जुड़े विषयों पर आवाज़ उठाने की क्षमता के चलते उन्होंने लाखों लोगों का दिल जीता है। वहीं इवेंट ऑर्गनाइजर के रूप में, उन्होंने ऐसे मंच तैयार किए हैं जहाँ केवल लोगों का मनोरंजन होता है, बल्कि समाज के लिए सकारात्मक संदेश भी जाता है।

उनकी खास बात है की  व्यक्तिगत स्पर्श  हर आयोजन में वे ऐसा माहौल बनाती हैं जहाँ हर प्रतिभागी और दर्शक खुद को विशेष महसूस करता है। यही कारण है कि उनके आयोजनों में केवल प्रोफेशनलिज़्म होता है, बल्कि एक मानवीय जुड़ाव भी महसूस होता है।

एक पत्रकार के रूप में प्रिया ने उन कहानियों को सामने लाया है जिन्हें अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है। उन्होंने उन आवाज़ों को मंच दिया है जो समाज के हाशिये पर थीं। चाहे सामाजिक मुद्दे हों, महिला सशक्तिकरण की बातें हों या जरूरतमंदों की कहानियाँ , प्रिया ने हमेशा सच्चाई और संवेदनशीलता के साथ उन्हें प्रस्तुत किया है।

प्रिया मगरराती केवल एक पेशेवर नहीं, बल्कि एक कर्तव्यनिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। वे हमेशा समाज के लिए काम करती रही हैं ,कभी ज़रूरतमंदों की मदद करके, कभी जागरूकता फैलाकर। उनकी सोच है  "कुछ भी करो, अच्छा करो " और वे अपने हर कार्य से इसी भावना को जीवंत करती हैं।

उनकी जीवन यात्रा हमें सिखाती है कि अगर इरादे नेक हों, तो रास्ते खुद बनते हैं। चुनौतियाँ आती हैं, लेकिन अगर आपकी सोच सकारात्मक हो, तो हर बाधा एक नई सीख बन जाती है। प्रिया की यही सोच उन्हें भीड़ से अलग बनाती है और लाखों युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनाती है।

स्टार इंडियन आइकॉन अवार्ड सीजन-5 केवल एक पुरस्कार समारोह था, बल्कि यह प्रेरणा, जुनून और सामाजिक जिम्मेदारी का उत्सव था। और इसमें प्रिया मगरराती जैसी प्रेरणादायक महिलाओं की उपस्थिति इस कार्यक्रम को सच में एक आत्मिक उत्सव बना गई ,जहाँ हर तालियों की गूंज के पीछे एक कहानी थी, हर मुस्कान के पीछे एक संघर्ष था।

 जब भी हम प्रेरणा की बात करते हैं, तो ऐसे व्यक्तित्व स्वत  सामने आते हैं, जिन्होंने जीवन की हर चुनौती को अवसर में बदला। प्रिया मगरराती का जीवन भी ऐसे ही प्रेरणादायक अनुभवों से भरा हुआ है, जो केवल उनके आत्मबल को दर्शाते हैं, बल्कि युवा पीढ़ी के लिए एक जीवंत मार्गदर्शन भी प्रस्तुत करते हैं।

हर सफल व्यक्ति की यात्रा में कुछ विशेष मूल्य होते हैं जो उसे भीड़ से अलग बनाते हैं। प्रिया मगरराती की सफलता में उनका सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्पर्श था ,"हर व्यक्ति से दिल से जुड़ना, और हर काम को दिल से करना।" चाहे वह किसी इवेंट का मंच हो या एक पीड़ित परिवार का आँगन , प्रिया हर जगह अपना दिल लेकर जाती हैं। वह पुरस्कारों की पीछे भागने वाली नहीं, लोगों के दर्द को समझने और दूर करने वाली इंसान हैं।

उनके शब्दों में,"मंच की रौशनी से ज़्यादा, ज़रूरतमंद की आँखों की चमक मुझे संतुष्टि देती है।"

उनका व्यक्तिगत स्पर्श हर कहानी को संवेदना से भर देता है, हर आयोजन को यादगार बना देता है, और हर इंसान को खुद में खास महसूस कराता है।

प्रिया मगरराती की कहानी केवल उपलब्धियों की नहीं, बल्कि भावनाओं, जिम्मेदारियों और समाज के प्रति समर्पण की कहानी है। वह केवल एक सफल इवेंट ऑर्गनाइज़र और पत्रकार हैं, बल्कि एक प्रेरणा की मशाल हैंजो हर किसी को यह याद दिलाती हैं कि अगर दिल में जुनून हो, और सोच में सकारात्मकता हो, तो कोई भी सपना अधूरा नहीं रहता।

उनकी जीवन यात्रा हमें सिखाती है कि अगर इरादे नेक हों, तो रास्ते खुद बनते हैं। चुनौतियाँ आती हैं, लेकिन अगर आपकी सोच सकारात्मक हो, तो हर बाधा एक नई सीख बन जाती है। प्रिया की यही सोच उन्हें भीड़ से अलग बनाती है और लाखों युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनाती है।

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