कल
CONSTITUTION CLUB OF
INDIA में "नशा मुक्त भारत – A National Social
Awareness Initiative for a Drug Free India" नामक
राष्ट्रीय सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम का भव्य आयोजन
हुआ। इस ऐतिहासिक अवसर
पर समाज के विभिन्न वर्गों
से आए लोग, युवा
प्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता
बड़ी संख्या में मौजूद रहे।विशेष
आकर्षण रहा डॉ. श्याम रघुनंदन का प्रेरणादायक संबोधन।
उन्होंने कहा – “नशा केवल एक व्यक्ति को
ही नहीं, बल्कि पूरे समाज और आने वाली
पीढ़ी के भविष्य को
अंधकार में धकेल देता है। इसे मिटाने के लिए हर
युवा को जागरूक और
सक्रिय होना होगा।”
इस
कार्यक्रम से पूरे देश को एक मजबूत ड्रग-फ्री
इंडिया का संदेश मिला। सभा में डॉ. श्याम रघुनंदन का जोशीला और प्रेरक भाषण सभी के
दिलों को छू गया। उन्होंने युवाओं को नशे के खिलाफ खड़ा होने की अपील करते हुए कहा
कि यही देश का असली संकल्प है। इस मौके पर उपस्थित युवाओं ने एक साथ आवाज बुलंद कर
“नशा से आज़ादी” का संकल्प लिया और वादा किया कि वे
खुद भी नशे से दूर रहेंगे तथा समाज में जागरूकता फैलाएंगे। इस पहल से नशा मुक्त भारत
अभियान 2025 को नई ऊर्जा और नई दिशा मिली, जिसने आंदोलन को और सशक्त बना दिया। उन्होंने
अपने जोशीले अंदाज़ और प्रेरक शब्दों
से उपस्थित जनसमूह को झकझोर दिया।
उन्होंने कहा कि “नशा केवल एक आदत नहीं,
बल्कि यह जीवन को
धीरे-धीरे खत्म करने वाली आग है। यह
न केवल युवाओं की प्रतिभा को
नष्ट करता है, बल्कि परिवार और समाज की
जड़ों को भी खोखला
बना देता है।”
डॉ.
रघुनंदन ने युवाओं से
आह्वान किया कि वे अपने
जीवन को महान उद्देश्य
की ओर मोड़ें और
नशे जैसी बुराइयों से खुद को
तथा अपने साथियों को दूर रखें।
उन्होंने इस बात पर
जोर दिया कि यदि देश
का युवा नशा छोड़कर शिक्षा, सेवा और राष्ट्रनिर्माण में
लग जाए तो भारत विश्व
का सबसे सशक्त और जागरूक देश
बन सकता है। उनके शब्दों ने उपस्थित युवाओं
में नई ऊर्जा और
उम्मीद जगाई और पूरा हॉल
“नशा मुक्त भारत” के नारों से
गूंज उठा।यह
संकल्प अब सिर्फ एक
कार्यक्रम नहीं, बल्कि “नशा मुक्त भारत का युवा क्रांति
संदेश” बन
चुका है।
दिल्ली
से उठी ये गूंज अब
पूरे देश को जगाने वाली
है – अबकी बार, नशे पर वार!
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