गुजरात
के बनासकांठा जिले में स्थित अम्बाजी शक्तिपीठ,
जो देश के 51 प्रमुख शक्तिपीठों में से एक है,
श्रद्धा और आस्था का
महत्वपूर्ण केंद्र माना जाता है। यहाँ हर वर्ष पूनम
मेले के अवसर पर
लाखों श्रद्धालु पैदल यात्रा कर माता अम्बाजी
के दर्शन करने पहुँचते हैं। इसी
धार्मिक यात्रा मार्ग पर केंद्रीय गृह
मंत्री अमित
शाह
ने श्रद्धालुओं और भाजपा कार्यकर्ताओं
से मुलाकात की। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए सेवा शिविरों
का अवलोकन किया और वहाँ श्रद्धालुओं
के लिए की जा रही
व्यवस्थाओं की सराहना की।
अमित
शाह ने कहा कि
“माँ अम्बाजी सब पर अपनी
कृपा बनाए रखें। पूनम मेले में आने वाले भक्तों की सेवा करना
हमारा सौभाग्य है।”
अम्बाजी मंदिर
( आस्था
और
पर्यटन
का
संगम):अम्बाजी मंदिर सिर्फ गुजरात ही नहीं, बल्कि
पूरे देश के लिए आस्था
का प्रतीक है।हर वर्ष यहाँ लाखों की संख्या में
श्रद्धालु पहुँचते हैं।पूनम मेले के दौरान पैदल
यात्रा करने वाले भक्तों के लिए सेवा
शिविर विशेष महत्व रखते हैं।
भाजपा कार्यकर्ताओं
का
सेवाभाव:
यात्रा मार्ग पर लगे इन
शिविरों में श्रद्धालुओं को ठंडा पानी,
भोजन, प्राथमिक चिकित्सा और विश्राम की
सुविधा दी जा रही
है। अमित शाह ने कार्यकर्ताओं के
इस प्रयास को समाजसेवा का
आदर्श उदाहरण बताया।
अमित
शाह की अम्बाजी मंदिर
यात्रा ने यह साबित
कर दिया कि आस्था और
सेवा का संगम ही
भारतीय संस्कृति की असली पहचान
है। जब श्रद्धालु भक्ति
भाव से माँ अम्बाजी
के दरबार में आते हैं और समाजसेवा की
भावना से ओत-प्रोत
कार्यकर्ता उनकी मदद करते हैं, तब विश्वास और
संस्कार दोनों मजबूत होते हैं।
